‘‘दूरदर्शिता के साथ किया जाये सोशल मीडिया का इस्तेमाल ’’
रतनपुर काॅर्मेल काॅन्वेंट में विद्यार्थी जीवन पर सोशल मीडिया का प्रभाव पर कार्यशाला
आर्चडायसिस ऑफ भोपाल ने रतनपुर स्थित कॅार्मेल काॅन्वेंट स्कूल के सहयोग से स्कूल सभागार में कार्यशाला आयोजित की जिसका शीर्षक था - विद्यार्थी जीवन पर सोशल मीडिया का प्रभाव। इस कार्यक्रम की शुरूआत में छात्रों ने प्रार्थना गीत गाया फिर उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यकम का विधिवत शुभारंभ किया। इस कार्यशाला में 16 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभागियों के रूप में सोशल मीडिया के बारे में अपने विचार प्रकट किये, जिन्हें अंत में ट्राफीज देकर पुरस्कृत किया गया।
फादर मारिया स्टीफन, जनसंपर्क अधिकारी ने छात्रों को उनके ओजस्व विचारों के लिए बधाई दी और लोगों को उन्मुख बनाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल अधिक दूरदर्शिता के साथ करने के लिए कहा। दैनिक समस्याओं को अवसरों में बदलने के लिए समाज को बुद्धिमान लोगों से ज्यादा ज्ञानवान लोगों की जरूरत है, उन्होने कहा।स्कूल के प्रिंसिपल सिस्टर कृपा सीएमसी ने स्कूल में छात्रोन्मुखी कार्यशाला को बढ़ावा देने की पहल के लिए भोपाल आर्चडायसिस को धन्यवाद दिया। समन्वयक सुधीर शर्मा ने वक्ताओं को सुनने और इसमें अच्छी रुचि दिखाने के लिए छात्रों की सराहना की। इस कार्यक्रम में सिस्टर रोसलीन सीएमसी, उप-प्राचार्य, जनसंपर्क कार्यालय और स्कूल के स्टाॅफ के अलावा अच्छी संख्या में छात्र मौजूद थे।
इस कार्यक्रम में उच्च कक्षाओं के कुछ छात्र-छात्राओं ने निम्नलिखित विचार प्रकट कियेः-
“सोशल मीडिया सामाजिक बाधाओं को कम कर रहा है। यह मानवों को अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ता है। यहां वे अपने विचारों को साझा कर सकते हैं, समाज और व्यक्तिगत प्रगति के लिये उपलब्ध कई अवसरों के बारे में भी बता सकते हैं। ”
- प्रज्ञा श्रीवास्तव, नवीं-सी
''सोशल मीडिया की बड़ी खामी यह है कि हमारी गोपनीयता का खुलासा कई लोगों के साथ किया जाता है, जिनसे हम परिचित नहीं हैं।''
-अएशा खान, नवीं 'अ
''सोशल मीडिया पर बहुत अधिक समय बिताने से कई स्वास्थ्य संबंधी विकार, मानसिक अशांति, अपने दैनिक कार्यों से विचलित हो जाना आदि समस्याऐं उत्पन्न हो जाती हैं। इन सब के अलावा यह वास्तविक संचार कौशल को कमजोर करता है। - आरूष मालवीय, नवीं सी।