लोगो को अपनी एच.आई.वी स्थिति ज्ञात हो तो सुरक्षा और उपचार दोनों के लिए बेहतर प्रयास किये जा सकते हैं-डॉ. अरुणा गुप्ता
मध्य प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा लोककला दलों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अंतर्गत रीजनल आउटरीच ब्यूरो के अंतर्गत पंजीकृत दलों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर समिति की परियोजना संचालक डॉक्टर श्रीमती अरुणा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। साथ ही रीजनल आउटरीच ब्यूरो के उपनिदेशक श्री मधु आर.शेखर एवं फील्ड पब्लीसिटी अधिकारी श्री अजय उपाध्याय उपस्थित थे। श्री मधुर आर शेखर ने कहा कि एचआईवी एड्स के संबंध में जनसामान्य को जानकारी देते समय कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा । श्री अजय उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में कहा कि उनके विभाग अंतर्गत पंजीकृत पंजीकृत दलों की या खूबी है कि वे जनसामान्य के बीच शासकीय योजनाओं को बहुत प्रभावी ढंग से पहुंचाने में कुशल हैं क्योंकि उन्हें कम्युनिकेशन के संबंध में समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाता है। आम आदमी को सरकारी योजनाओं के संबंध में जागरूक करने में इन टीमों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर श्रीमती अरुणा गुप्ता ने कहा की एचआईवी-एड्स की जागरूकता के लिए समिति द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं ।ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता के लिए लोक कला दलों के माध्यम से प्रस्तुतियां कराई जाएंगी ताकि अधिक से अधिक लोग ना केवल जागरूक हो सकें, बल्कि अपनी एचआईवी जांच कराएं तथा अपनी एचआईवी स्थिति को समझते हुए भविष्य में क्या करना है यह तय कर सकें। जो लोग एचआईवी संक्रमित नहीं है वह पुनः लगभग 6 माह बाद अपनी जांच करा सकते हैं जो लोग एचआईवी संक्रमित पाए जाते हैं उन्हें जल्द से जल्द एआरटी केंद्र में पंजीयन कराने की आवश्यकता होगी । टेस्ट एंड ट्रीट पॉलिसी के अंतर्गत अब ऐसे सभी व्यक्तियों को एआईटी उपचार प्रदान किया जाता है जो कि जांच में एचआईवी पॉजिटिव पाए जाते हैं। ऐसे सभी लोग जिन्हें एचआईवी होने की संभावना है वह अपनी जांच कराएं तथा ऐसे सभी लोग जो एचआईवी पॉजिटिव हैं अपना ए. आर.टी उपचार सुनिश्चित करें । इस दिशा में समिति द्वारा सतत प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सविता ठाकुर संयुक्त संचालक द्वारा किया गया।
श्री महेंद्र पंचोली टीम लीडर टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के द्वारा कार्यशाला में उपस्थित कलाकारों को एचआईवी एड्स की जानकारी प्रदान की गई। एचआईवी का संक्रमण किस तरह होता है, कैसे बचाव किया जा सकता है ? एचआईवी संक्रमित है अथवा नहीं यह जाना जा सकता है ? तथा एचआईवी संक्रमित होने के बाद किस तरह सकारात्मक रूप से जीवन स्वस्थ जिया जा सकता है यह सारी जानकारी कार्यशाला के दौरान प्रदान की गई । एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के प्रति भेदभाव नहीं किया जाए इस संबंध में भी लोगों को जागरूक करने के लिए संदेश दिए जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में संयुक्त संचालक सविता ठाकुर ने जानकारी दी कि लोक विधाओं का उपयोग करते हुए मनोरंजन के साथ जानकारी आम जनता तक पहुंचाने के लिए अभ्यास कार्य किया जाएगा । विषय की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए जनसामान्य को जानकारी प्रदान की जाए ।यह भी ध्यान रखना होगा कि तकनीकी जानकारी सही-सही दी जावे। भय और भाँतियो को दूर करने के लिए भी संवाद करना है। लोगों को निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 1097 के बारे में भी अवश्य बताएं ताकि उनके मन में कोई भी प्रश्न हो या भविष्य में कोई और जानकारी प्राप्त करना चाहे तो जानकारी इस नंबर पर कॉल करके प्राप्त की जा सकती है ।कार्यशाला के दौरान विभिन्न आलेखों पर आधारित नाटकों का अभ्यास किया जाएगा तथा प्रस्तुतीकरण एवं समीक्षा भी की जाएगी ताकि तथ्यात्मक रूप से सही जानकारी प्रदान की जाए तथा प्रभावी प्रस्तुतियां की जा सके कार्यशाला में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए लगभग 125 कलाकारों ने सहभागिता की। समिति के अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। यह कार्यशाला दिनांक 29 सितंबर 2019 तक संचालित रहेगी।