देश के अन्य शहरों में भी हो भोपाल जैसी स्मार्ट बाईक
50 डॉक्टरों ने चलाई पीबीएस साईकिल, बोले सेहत व पर्यावरण के लिए बहुत ही अच्छा इनिशिएट
भोपाल। भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पब्लिक बाईक शेयरिंग प्रोजेक्ट की देशभर के एम्स संस्थानों से भोपाल आए डॉक्टरों ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट देश के अन्य शहरों में भी होना चाहिए। यह सेहत के साथ-साथ पर्यावरण के लिए बहुत ही उपयोगी है।
यह बात भोपाल में आयोजित कान्फ्रेंस मेें आए करीब 50 डॉक्टरोें ने पीबीएस की बाईक चलाने के दौरान कही। डॉक्टर्स ने बोट क्लब, वनविहार आदि स्थानों का स्मार्ट साईकलों से भ्रमण किया। डॉक्टरों ने कहा कि पब्लिक बाईक शेयरिंग को लोगों को रूटीन का हिस्सा बनाना चाहिए। रोजाना साईकिल के इस्तेमाल से सेहत बनी रहती है और बीमारियां भी दूर रहती है। साईक्लिगं फिट रहने के लिए बहुत अच्छी एक्सरसाईज है। भोपाल के पीबीएस प्रोजेक्ट को देखने के बाद उन्होनें कहा कि आर्युविज्ञान व बड़े संस्थानों को व्हिकल मुक्त किया जाएगा। इन संस्थानों में वाहनों की बजाए साईकिल के उपयोग को बढ़ावा देगें। इससे प्रदूषण के साथ-साथ ईधन की भी बचत होगी। उल्लेखनीय है कि भोपाल में पब्लिक बाईक शेयरिंग (पीबीएस) के तहत 500 साईकिले व 100 डॉकिंग स्टेशन बनाए गए है।
स्कूली छात्रों के लिए सदस्यता शुल्क मात्र 50 रु.
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने स्कूली छात्रों के लिए 50 रुपये में सदस्यता की स्कीम शुरू की है। इसके साथ ही महिलाओं व महाविद्यालयीन छात्रों के लिए सदस्यता शुल्क 100 रु. किया गया है। पीबीएस के शहर में करीब 75 हजार रजिस्टर यूजर है। करीब 8 हजार लोग नियमित साईकिल का उपयोग करते है।