सरकारी मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में नि:शुल्क ईलाज की व्यवस्था निरंतर चालू रखी जाये
इंदौर, 27/082019 । मध्य प्रदेश सरकार सरकारी मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में नि:शुल्क ईलाज की व्यवस्था खत्म करने की दिशा में चिंतन कर रही और मुफ्त इलाज की सुविधा खत्म करने जा रही है, इसके अंतर्गत अभी गरीब मरीजों के उपलब्ध करवाई जा रही नि:शुल्क जांचे, ओपीडी फीस, सर्जरी, आई सी यु आदि के लिए सभी मरीजों से जल्द ही दरें तय करके सेवाएं देने का निर्णय सरकार द्वारा लिया जाएगा। सरकारी मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में एम वाय अस्पताल इंदौर मध्यप्रदेश का बड़ा अस्पताल है और प्रदेश के एक बड़े हिस्से को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा है और यहाँ पर ना केवल इंदौर संभाग बल्कि नजदीक के उज्जैन संभाग के जिलों से मरीज बड़ी संख्या में आते है और बेहतर इलाज पाते है । प्रदेश में एम वाय अस्पताल के साथ ही अन्य कई शहरों में भी मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पताल हैं जहाँ से रोजाना लाखों मरीज स्वास्थ्य सेवाए ले रहे है, ऐसे में सरकार का यह निर्णय उन सभी के लिए बेहद पीड़ाजनक होगा ।
प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सेवायें और सुविधाएँ उपलब्ध करवाना राज्य की जिम्मेदारी है और मध्यप्रदेश जैसे राज्य में जहाँ हम स्वास्थ्य सूचकांक के मामले में अपनी स्थिति सुधारने का प्रयास कर रहे है ऐसे में यह कदम गरीब मरीजों के ईलाज से दूर कर देगा। जन स्वास्थ्य अभियान, मध्य प्रदेश सरकार के इस निर्णय को वापस लेने की मांग करता है ।
प्रदेश की जनता को नि:शुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेदारी है चाहे मरीज के पास आयुष्मान कार्ड हो या नहीं सभी को स्वास्थ्य सुविधाएँ और सेवाएं पाने का अधिकार है, इसलिए नि:शुल्क ईलाज की व्यवस्था में बदलाव करने का कोई कारण नजर नहीं आता है । जन स्वास्थ्य अभियान ने सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि मध्य प्रदेश सरकार मुफ्त ईलाज की योजना को खत्म करने के निर्णय को तुरंत वापस ले और साथ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं और सुविधाएँ प्रदेश के सभी लोगों को उपलब्ध करवाने की राज्य जिम्मेदारी का निर्वहन करें ।
अमूल्य निधि एस. आर. आजाद राकेश चान्दौरे