बैंक कर्मियों ने किया प्रभावी प्रदर्शन

 


मार्च में तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल, 1 अप्रैल 2020 ये अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल


भोपाल, 17.02.2020। यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर देशभर के 10 लाख बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी ”27 माह से लम्बित वेतन पुनरीक्षण समझौता एवं इससे सम्बन्धित मुद्दों का निराकरण शीघ्र किये जाने“ की माँग को लेकर आन्दोलित एवं आक्रोशित है। इस बावत् पूर्व में दो दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल की जा चुकी हैं। देशभर में प्रदर्शनों के दौर जारी हैं, इसके बावजूद भी यदि बैंक-कर्मियों की माँगों का निराकरण नहीं किया गया तो 11, 12 एवं 13 मार्च 2020 को तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल एवं 01 अप्रैल 2020 से अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल की जावेगी।
इसी तारतम्य में राजधानी भोपाल की विभिन्न बैंकों के सैकड़ों बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी आज शाम 6ः00 बजे इलाहबाद बैंक जोनल ऑफिस, गौतम नगर, भोपाल के सामने एकत्रित हुए, उन्होंने अपनी माँगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर प्रभावी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के पश्चात सभा हुई, जिसे फोरम की स्थानीय इकाई के पदाधिकारियों साथी वी.के. शर्मा, संजीव सबलोक, दीपक रत्न शर्मा, प्रदीप बिलाला, मदन जैन, एम.एस. जयशंकर, संजय कुदेशिया, सुनील सिंह, मो. नजीर कुरैशी, एम.जी. शिन्दे, प्रशांत रघुवंशी, रजत मोहन वर्मा, गुणशेखरन, जे.पी. दुबे, श्याम कस्तूरे, अभय वर्मा, आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने बताया कि आन्दोलित बैंक कर्मियों द्वारा अपनी मॉंगों के समर्थन में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों एवं हड़तालों के दौर जारी हैं। लेकिन बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि भारतीय बैंक संघ एवं केन्द्र सरकार ने माँगों के निराकरण बावत् अभी तक कोई भी सम्मानजनक प्रस्ताव नहीं दिया है। इससे बैंक कर्मियों में बड़ी नाराजगी है। यदि माँगों का सम्मानजनक निराकरण नहीं हुआ तो बैंककर्मी 11, 12 एवं 13 मार्च 2020 को तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल एवं 1 अप्रैल 2020 से अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल करेंगे। वक्ताओं ने बताया कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स द्वारा बैंकिंग वक्तायों ने बताया कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स द्वारा बैंकिंग सेक्टर के कर्मियों हेतु शीघ्र वेतन पुनरीक्षण तथा अन्य 12 सूत्रीय माँगों को लेकर चल रहे आंदोलन के अंतर्गत दिनांक 11-12 एवं 13 मार्च 2020 को 3 दिवसीय तथा 1 अप्रैल 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल का नोटिस दिया गया है।
उक्त परिप्रेक्ष्य में मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय), नई दिल्ली के समक्ष आज सोमवार 17 फरवरी 2020 को सम्पन्न समाधान वार्ता में भारतीय बैंक संघ ने सूचित किया कि उसके द्वारा पूर्व में प्रस्तावित किए गए वेतन बढ़ोतरी सम्बन्धी प्रस्ताव पर वे कायम है तथा आगे बातचीत के लिए तैयार है अतः यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स को अपना आंदोलन वापस लिया जाना चाहिए। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स द्वारा  कहा गया कि वह भी वार्ता के माध्यम से समाधान निकालने का पक्षधर है, तथापि हड़ताल के सम्बन्ध में निर्णय वार्ता में होने वाली प्रगति को देखकर लिया जाएगा। मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय), नई दिल्ली ने भारतीय बैंक संघ को इस सम्बन्ध में सलाह दी कि अगली समाधान वार्ता जो दिनांक 5 मार्च 2020 को नई दिल्ली में होगी से पूर्व द्विपक्षीय वार्ता का आयोजन करें तथा शीघ्र वेतन समझौता सम्पन्न करने के लिए नियमित वार्ता आयोजित की जाए। भारतीय बैंक संघ  ने वार्ता आयोजित किए जाने के लिए सहमति प्रकट की है।
उल्लेखनीय है कि आन्दोलित बैंक कर्मी मुख्यतः इन माँगों - ”पे-स्लिप कम्पोनेन्ट पर 20ः वृद्धि एवं उचित लोडिंग के साथ वेतन पुनरीक्षण समझौता, 5 दिवसीय बैंकिंग, मूल वेतन के साथ विशेष भत्तों का विलय, नई पेंशन योजना (एनपीएस) को समाप्त करो, पेंशन को अद्यतन करो, परिवार पेंशन में सुधार करो, ऑपरेटिंग लाभ के आधार पर कर्मचारी कल्याण निधि के लिए रकम जारी की जाए, सेवानिवृत्ति लाभों पर बिना किसी सीमा के आयकर से छूट दी जाए, बैंक की शाखाओं में व्यवसाय का समय, भोजनावकाश का समय आदि की परिभाषा में एकरूपता हो, अवकाश बैंक प्रारंभ हो, अधिकारियों के लिए कार्य का समय निश्चित किया जाए, कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों/व्यापार प्रतिनिधियों को समान काम के लिए समान वेतन लागू हो“, के लिए हड़ताल कर रहे हैं।


प्रदर्शन एवं सभा में मुख्य रूप से साथी दीपक रत्न शर्मा, मदन जैन, डी.के. पोद्दार, वी.के. शर्मा, संजीव सबलोक, अरूण भगोलीवाल, प्रदीप बिलाला संजय कुदेशिया, नजीर कुरैशी, जे.पी. झंवर, एम.जी. शिन्दे, संतोष जैन, बी.एस. नेगी, रजत मोहन वर्मा, आशीष तिवारी, सुनील सिंह, राजेश लाला, गुणशेखरन, जे.पी. दुबे, प्रभात खरे, बाबूलाल राठौर, बी.सी. पौणिकरण, एम.एस. जयशंकर, बी.एस. रावत, सत्येन्द्र चौरसिया, अशोक पंचोली, सी.एस. शर्मा, जी.बी. अणेकर, विजय जगन, सुनील देसाई, जे.पी. जैन, दीपक जैन, आर.के. निगम, योगेश मनूजा किसन खैराजानी, कैलाश माखीजानी, महेश जिज्ञासी, सौरभ पाराशर, विजयपाल, जे.डी. मलिक, अमोल, वैभव गुप्ता, सनी श्रीवास्तव, बालीजी, नरेश सधानी, राजेन्द्र भाई, खालिद भाई, नारायण पंवार, विश्वामित्र दुबे, रामाश्रय, सुदीप विश्नोई रीतेश शर्मा, संजय वर्मा, संजय धान, शैलेन्द्र नरवरे, मंगेश दवांदे, विशाल धमेजा, देवेन्द्र खरे, महेश पहलाजानी, कृष्णा, संदीप, वी.पी. गौर, आनन्द खोखले, अमिताभ चटर्जी, वी.के. कोठारी, दर्शन भाई, गोपाल राठौर, राजीव रंजन सिंह,  सतीश चौबे, गौरव दुबे, एन.जे.एस. तलवार, अबध वर्मा, प्रदीप कटारिया, पंकज सक्सेना, बसंत जोशी, आनन्द, शोभित वाडेल, अमित शर्मा, गोवर्धन मिश्रा, अरविन्द बिलगैया, हेमन्त मुक्तिबोध, सितान्शु शेखर, संजय नागचण्डी, जी.पी. चांदवानी, तपन व्यास, अविनाश धमेजा, मिलिन्द डेकाटे, इकबाल बहादुर, एस.पी. मालवी, रंजीत राय, रवि ठाकुर, करीम खान, आनन्द अग्रवाल, मनीष बौरा, मनोज कौशल, मनोज श्रोते, विजय चोईथानी, राकेश भारद्वाज, वी.के. त्रिपाठी, दीपक शुक्ला, लखन तिलवानी, रवि विश्वकर्मा, प्रभात सक्सेना, मयंक गुप्ता, ओ.पी. टहलयानी, रणजीत सिंह, संदीप चौबे, अनिल मरोती, अनुज भार्गव, बारेलाल यादव, जितेन्द्र शर्मा, भूपेन्द्र शर्मा, मदनलाल विश्वकर्मा, अविनाश चिंचोरे, मुकेश प्रजापति, देवेन्द्र मीणा, राहुल मालवीय, कुणाल गावड़े, चेतना साहू, मीनाक्षी बख्क्षी, सुषमा सूरी, बीना सुरेश, प्रियंका गढ़वाल, मीना नेहा यादव, अभिलाषा राठौर, ऋचा सक्सेना, श्रीमती शुभप्रभा गुप्ता, सुनीता वर्मा, बीवा दमन, तृप्ति जोशी, मोनिका पारते आदि उपस्थित थे।
(गुणशेखरन)
प्रवक्ता


 


 


Popular posts from this blog

मारुति सुजुकी के न्यू एज बलेनो का ग्लोबल प्रीमियर

आॅस्ट्रेलिया में दिखा दुर्लभ 'कंबल' आॅक्टोपस

यूक्रेन के आसमान में रूसी सैनिकों का काल बना 'भूत', मार गिराए रूस के कई फाइटर जेट